बैंक हड़ताल से हुआ 22,000 करोड़ का नुकसान, मिनटों में खाली हो गए ATM

नई दिल्ली (जेएनएन)। देशभर में सरकारी बैंकों की एक दिन की हड़ताल ने करीब 22,000 करोड़ का नुकसान करा दिया है। आपको बता दें कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने सरकार के प्रस्तावित कंसालिडेशन मूव (समेकन प्रयास) और अन्य मांगों के चलते 22 अगस्त को हड़ताल का फैसला किया था। बैंकों के इस फैसले ने देश…

नोटबंदी: कैश की किल्लत से लेकर बिजनेस पर पड़ी मार

सरकार द्वारा आठ नवंबर को देशभर में नोटबंदी की घोषणा के बाद देश के अधिकतर बैंकों और एटीएम के बाहर लोगों की भीड़ देखने को मिली। किसी बैंक में कैश नहीं तो किसी एटीएम में नकदी की किल्लत।

73 फीसदी नए नोट दबा गए कनपुरिए

पांच सौ और हजार के नोटबंद होने के बाद से अब तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया कानपुर के लिए करीब 5200 करोड़ रुपए जारी कर चुका है, लेकिन इनमें से सिर्फ 1400 करोड़ रुपए वापस बैंकों में पहुंचे हैं। ऐसे में करीब 73 फीसदी लोगों ने नए नोट दबा लिए हैं। यही वजह है कि…

नोटबंदी: बदहाल हुआ कानपुर का चमड़ा उद्योग, कई यूनिट्स में तालेबंदी जैसे हालात

बड़े नोटों पर पाबंदी के बाद इंडस्ट्रियल सिटी कानपुर पर भी गहरा असर पड़ा है। शहर की रीढ़ लेदर इंडस्ट्री का हाल खराब है। टेनरियों में काम करने वाले काफी मजदूर पैसों की किल्लत के कारण गांव लौट गए हैं तो उत्पादन 50-80 प्रतिशत तक गिर गया है। बड़ी टेनरियां तो शायद संकट से निपट भी लें, लेकिन छोटी टेनरियां अगले कुछ महीनों में तालाबंदी की ओर जा सकती हैं।

कानपुरः नोटबंदी से शराब की बिक्री में आई 40 फीसदी की कमी

कानपुर
हजार और पांच सौ के नोट क्या बंद हुए, शौकीन लोगों ने शराब की दुकानों से मुंह ही मोड़ लिया। सूरज ढलने के बाद शराब की दुकानों पर नशे के शौकीन लोगों की भीड़ व लाइनें दिखनी कम हो गई हैं। अब दुकानों पर इक्का-दुक्का ग्राहक ही आ रहा है। जिले का आबकारी विभाग भी परेशान है, क्योंकि उसके राजस्व में भी भारी गिरावट हो रही है।